कुछ देर हीं सही, कुछ पल हीं सही,
तेरे दुनिया मे आये तो सही,
नज़रो में तेरी तस्वीर लिए ठहरे,
कुछ देर तेरी महफ़िल में पर बता ना पाए,
तेरी सांसों से मिलने को रही तरसती मेरी सांसें,
पर तेरे नज़रों के झीलों में कुछ पल हीं सही,
पर हम डूबे तो सही I
रचना: प्रशांत
तेरे दुनिया मे आये तो सही,
नज़रो में तेरी तस्वीर लिए ठहरे,
कुछ देर तेरी महफ़िल में पर बता ना पाए,
तेरी सांसों से मिलने को रही तरसती मेरी सांसें,
पर तेरे नज़रों के झीलों में कुछ पल हीं सही,
पर हम डूबे तो सही I
रचना: प्रशांत
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