यह एक संयुक्त ब्लॉग है I
इसके दोनों कवि मीरा पाणिग्रही और प्रशांत पांडा रक्त सम्बन्ध से माता और पुत्र हैं I
मीरा पाणिग्रही अंग्रेजी विषय से अवकाश प्राप्त व्याख्याता हैं जबकि उनके पुत्र प्रशांत पांडा अर्थशाश्त्र के व्याख्याता हैं I
और दोनों लेखनी की रूचि साझा करते हैं I
हुकूम कर हम जहाँ छोड़ जाए, कोई गम नही ,गर मौत भी आए, बस मुझे देख तू खुश नज़र आए, तेरे दिया हूनर, बन्दो के काम आए I बहुत खूब लिखा है आपने प्रशांत जी ! साधुवाद
हुकूम कर हम जहाँ छोड़ जाए,
ReplyDeleteकोई गम नही ,गर मौत भी आए,
बस मुझे देख तू खुश नज़र आए,
तेरे दिया हूनर, बन्दो के काम आए I
बहुत खूब लिखा है आपने प्रशांत जी ! साधुवाद
धन्यवाद योगी सारस्वत जी
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