यह एक संयुक्त ब्लॉग है I
इसके दोनों कवि मीरा पाणिग्रही और प्रशांत पांडा रक्त सम्बन्ध से माता और पुत्र हैं I
मीरा पाणिग्रही अंग्रेजी विषय से अवकाश प्राप्त व्याख्याता हैं जबकि उनके पुत्र प्रशांत पांडा अर्थशाश्त्र के व्याख्याता हैं I
और दोनों लेखनी की रूचि साझा करते हैं I
Tuesday, 17 March 2015
अलग हो ख्वाइश ...
चित्र साभार : http://pixabay.com/en/netherlands-statues-sculptures-men-116471/
अलग हो ख्वाइश और अलग हो पहचान , यह हो तो ना पाया , अलग से एक और ज़िंदगी , यह भी ना हुआ , अलग जी भी ना पाया , अलग से अलग हो ना पाया I
No comments:
Post a Comment